ये 5 बड़े अंगों वाली स्त्रियां होती हैं भाग्यशाली । Indian woman facts.

मित्रों वैसे तो आज तक स्त्रियों को समझने में कोई भी सफल नहीं हो पाया है, लेकिन आपको यह जानकारी आश्चर्य अवश्य होगा कि हमारे 18 पुरानो में से एक गरुड़ पुराण और इस सामुद्रिक शास्त्र में महिलाओं के बारे में तो नहीं बल्कि उनके कुछ अंगों के बारे में विस्तार से बताया गया है। यह हमें पांच ऐसे अंगों की जानकारी मिलती है जो यदि बड़े हो तो वह स्त्री अपने पति और परिवार दोनों के लिए भाग्यशाली साबित होती है।


Indian woman facts


मित्रों आइए जानते हैं उन अंगों के बारे में हमारी आज की इस post में नमस्कार और ये स्वागत है आपका hindi.uttarpurbanchal.com पर एक बार ।


मित्रों सामुद्रिक शास्त्र महिलाओं के अंगों का एक विस्तृत वर्णन करता है जिसमें महिलाओं के बालों से लेकर पैरों और नाखूनों की स्थिति तक को बताया गया है। और ये भी की उससे क्या फलं मिलता है। दरअसल, सामुद्रिक शास्त्र की मानें तो प्रत्येक महिला अपनी एक खासियत को लिया होती है और महिलाओं के यही लक्षण किस पुरुष के लिए बेहतर या भाग्यवर्धक साबित होंगे, सामुद्रिक शास्त्र इसी तथ्य को उजागर करता है।


तो चलिए अब बात करते हैं उन अंगों की जिसमें से पहला है लंबे और घने मार। मित्रों ये तो सभी जानते हैं कि इस तरह के लंबे और रेशमी बाल उसके सौंदर्य का प्रतीक होते हैं। यहाँ तक कि शास्त्रों में भी लंबे बालों वाली महिलाओं को पद्मिनी की उपाधि दी गई है अर्थात ऐसी महिला उच्च कोटि की होती है और इन्हें पति के लिए अतिरिक्त भाग्यशाली माना जाता है। और मित्रों इसका एक सचित्र उदाहरण भगवतीदेवी है।


जिन्हें आप किसी भी चित्र या फिर प्रतिमा में लंबे बालों के साथ ही पाएंगे। दूसरा ऊंचा वक्षस्थल मित्रों, सामुद्रिक शास्त्र और गरुड़ पुराण में ये बताया गया है कि ऊंचे, सुडौल और बड़े वक्ष स्थल वाली महिलाएं सौभाग्यशाली होती है। इनके धन, संपत्ति और ऐश्वर्य का प्रतीक होते हैं। आपने अगर ध्यान दियां हो तो सभी प्राचीन में देवी प्रतिमा हो या फिर शिल्पकलाओं में बड़े स्थलों को सौभाग्य के रूप में प्रस्तुत किया गया है।


की मानें तो ऐसी महिलाये पति के लिए एक तरह से तारनहार होती है जो उनके सारे दुखों को हर लेती है और उनकी संतानें भी अपेक्षाकृत ज्यादा बेहतर और इस सफल होती है। तीसरा है लंबी गर्दन मित्रों सामुद्रिक शास्त्र की माने तो लंबी गर्दन वाली महिलाओं को मंगलकारी माना गया है। बताया गया है कि जिन महिलाओं की गर्दन लंबी होती है वो शालीन होती है। उनके पास वैभव की कोई कमी नहीं होती। 


साथ ही ऐसी स्त्री के पति भी उनके सौभाग्य से संपूर्ण होते हैं। चौथा बड़ी आंखें मित्रों शास्त्रों के मुताबिक बड़ी आँखों वाली महिलाएं बहुत ही सौभाग्यशाली होती है। इन्हें विदुषी विवेक जी और इस समझदार माना गया है। बताया गया है कि ऐसी महिलाएं सिर्फ और पति के लिए ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिए शुभ होती है, जो कड़ी से कड़ी विपत्ति आने पर भी अपनी सूझबूझ से पूरे परिवार को संभाल ती है और इनकी उपस्थिति बातों से ही घर में लक्ष्मी की कमी नहीं होती।


पांचवा मसल और एक पुरुष जंग आए। समुद्री का शास्त्र के अनुसार मसल और पुष्टि जागो वाली महिलाएं भी सौभाग्यशाली होने का प्रतीक है। माना गया है कि जिन महिलाओं की जाएंगे मसल होती है वो बहुत ही सौभाग्यशाली होती है और इनके कारण पति को मकान और वाहन का सुख बेहतर ढंग से प्राप्त होता है। इसके विपरीत पतली और विक्रेता जागो को शास्त्रों में अशुभ माना गया है। तो मित्रों इन पांच अंगों के अलावा।


सामुद्रिक शास्त्र में ऐसे कुछ और महत्वपूर्ण अंगों के बारे में भी बताया गया है जो उनके सौभाग्यशाली होने का प्रतीक है। ये हैं पैर और उंगलियां सामुद्रिक शास्त्र में महिलाओं के हाथ और पैरों के आकार को भी विशेष महत्त्व दिया गया है जो यह कहता है कि सामान्य आकार के चिकने पैर वाली महिला एक तरह से लक्ष्मी का स्वरूप ही होती है। इसके अतिरिक्त जिन स्त्रियों के पैरों की सबसे छोटी अंगुली कुछ है, लंबी और भूमि को स्पर्श करती है।


उन्हें घर परिवार के साथ साथ पति के लिए भी बहुत ही सौभाग्यशाली माना गया है। इसी तरह हाथों की मध्यम आकार की उंगलियां और एक चिकने हाथों वाली महिलाओं को भाग्यशाली माना गया है। सातवाँ लंबी ना मित्रों, ये तो आपने सुना ही होगा की लंबी नाक वाली महिलाएं, कुछ गंभीर और ये शांति स्वभाव की होती है। शास्त्रों की मानें तो ऐसी महिलाये हर विपत्ति का सामना करने में सक्षम होती हैं और इनके घर में रहने से पूरा परिवार इस सुरक्षित रहता है।


साथी सामान्य से वह सामान्य कान वाली महिलाएं परिवार के लिए बहुत ही अच्छी मानी गई है और मित्रों संभवत यही वजह रही होगी कि हमारे घर के बड़े बुजुर्ग भी विवाह के लिए लड़की देखने जाने पर उसकी शारीरिक सुंदरता देखने की बजाय लड़की के शारीरिक अंगों और इन्हें लक्षणों पर अधिक गौरव करते थे। तो आज की ये सब प्रस्तुति में फ़िलहाल इतना ही आपको ये post कैसी लगी? नीचे कमेंट में जरूर बताना और अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रों और रिश्तेदारों के साथ ही साझा आवश्यक है।


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